प्रशासनिक उदासीनता का दंश झेल रहा वारिसलीगंज का पीडब्ल्युडी डाक बंगला, कभी हुआ करता था गुलजार, अब बना है तबेला pwd

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प्रशासनिक उदासीनता का दंश झेल रहा वारिसलीगंज का पीडब्ल्युडी डाक बंगला, कभी हुआ करता था गुलजार, अब बना है तबेला pwd


विप्र.
नवादा(रवीन्द्र नाथ भैया) जिले के वारिसलीगंज पीडब्ल्युडी डाक बंगला विभागीय उपेक्षा का दंश झेल रहा है। कभी इस डाक बंगला में मंत्री, विधान सभा व लोक सभा चुनाव के समय पारा मिलेट्री के वरीय पदाधिकारी के अलावा पर्यवेक्षक का आशियाना हुआ करता था, लेकिन अब यह तबेला बना है। 

वर्ष 2009 में इसी डाकबंगला में प्रशिक्षु एसआई के लिए ठहरने की व्यवस्था की गयी थी। इस डाक बंगला में वरीय पदाधिकारी समय-समय पर बैठक किया करते थे, लेकिन अब इस डाक बंगला का मुख्य द्वार तक बंद हो गया है तथा वहां का फर्निचर बगैरह टूटकर बिखर गया है।

डाकबंगला में फिलहाल पानी की भी व्यवस्था नहीं है, जिससे शौचालय और स्नानघर से बदबुदार गंध निकलता है। ऐसा तब हुआ जब इसका देखभाल करने वाला कोई कर्मचारी नहीं रहा। डाक बंगला पर असमाजिक तत्व के लोगों का कब्जा हो गया है, जहां वाहन पार्किगं से लेकर घरेलु उपयोग की वस्तु रखने के लिए उपयोग किया जा रहा है। इस बात का खुलासा दो दिनों पूर्व उस वक्त हुआ जब वारिसलीगंज के नव पदस्थापित थानाध्यक्ष को ठहरने के लिए वहां के पुलिस पदाधिकारी डाकबंगला पहुंचे। वारिसलीगंज-नवादा पथ पर प्रखंड मुख्यालय के बगल में स्थित पीडब्ल्युडी विभाग का डाक बंगले का अस्तित्व संकट में है। 

विभागीय  उदासीनता के चलते यहां का डाक बंगला उपेक्षा का शिकार है। वहीं डाक बंगला सरकार के स्वच्छ भारत अभियान की पोल खोल रहा है। अधिकारियों की लापरवाही के चलते जहां परिसर में गंदगी का अंबार लगा है। वहीं विषैले जीव-जंतु तथा असमाजिक तत्व के लोगों का बसेरा बन गया है। प्रखंड मुख्यालय से सटे दक्षिण तरफ 70 के दशक में पीडब्ल्युडी विभाग द्वारा डाक बंगला व कर्मचारियों के रहने के लिए आवासों का निर्माण कराया गया था। यहां कभी बड़े अधिकारियों, जनप्रतिनिधियों व विशिष्टजनों का आवागमन लगा रहता था तथा विभागीय कार्यालय भी चलता था। बंगले की देखरेख के लिए तैनात कर्मचारियों व चौकीदार सेवनिवृत हो गए, तब से विभागीय उपेक्षा का दंश झेल रहे डाक बंगले की दशा बद से भी बदतर हो गई।

डाक बंगले में एक मुख्य द्वार हैं, इसे हमेशा के लिए बंद कर दिया गया हैं। वारिसलीगंज के भुआलचक गांव निवासी राजद नेता सुरेन्द्र यादव, शाहपुर गांव निवासी सीपीआई नेता अखिलेश सिंह, पूर्व मुखिया सुरेन्द्र सिंह, जदयु नेता सहददेव यादव, मोसमा पंचायत के पैक्स अध्यक्ष सह पूर्व मुखिया मनोज प्रसाद, कुटरी पंचायत के मुखिया अभिनव आनंद तथा वारिसलीगंज नगर परिषद के वार्ड संख्या-21 के पूर्व वार्ड पार्षद निलम देवी सहित अन्य बुद्धिजिबियों ने जिलाधिकारी का ध्यान आकृष्ट कराते हुए डाक बंगले की साफ-सफाई कर कब्जा मुक्त कराने की मांग की है। 

इस संबंध में पीडब्ल्युडी विभाग के सेवानिवृत कर्मचार शीवन पासवान ने कहा कि विभाग इस ओर जरा सा भी ध्यान नहीं देती है, जिस कारण डाक बंगला की स्थिति जर्जर हो गयी है।

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