बाबू जगलाल चौधरी बिहार के गांधी जी के नाम से कहे जाते

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बाबू जगलाल चौधरी बिहार के गांधी जी के नाम से कहे जाते


विप्र.
संवाददाता 
बिहारशरीफ (नालंदा) रहुई प्रखंड क्षेत्र इलाके के अंबेडकर चौक पचासा मोड स्थित डॉक्टर भीमराव अंबेडकर संघर्ष विचार मंच के तत्वाधान में बाबू जगलाल चौधरी जी का चित्र पर माल्यार्पण करते हुए पुष्प अर्पित कर 129 वीं जयंती हर्षोल्लास के साथ मनाई गई। इस मौके पर डॉक्टर भीमराव अंबेडकर संघर्ष विचार मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिल पासवान एवं प्रदेश अध्यक्ष रामदूत चौधरी  संयुक्त रूप से कहा कि बाबू जगलाल चौधरी भारत एवं बिहार के एक भारतीय स्वतंत्रता सेनानी, समाज सुधारक, राजनीतिज्ञ थे। वे एक सुधारक भी थे, जिन्होंने बिहार में महिलाओं के अधिकारों, दलितों की मुक्ति, शिक्षा और भूमि सुधार के मुद्दों का समर्थन किए थे। इनका जन्म 5 फरवरी 1895 को सारण जिले के गडखा ग्राम में हुआ था। वे एक मेघावी छात्र थे तथा पटना साइंस कॉलेज के इंटर की परीक्षा पास करने के उपरांत कोलकाता मेडिकल कॉलेज में एडमिशन लिए जब वह एमबीबीएस के अंतिम वर्ष में थे तभी महात्मा गांधी के आव्हान पर अपने मेडिकल की अंतिम परीक्षा छोड़कर भारत के स्वतंत्रता संग्राम में कूद पड़े और वे भारत के स्वतंत्रता संग्राम की लड़ाई लड़ते हुए कई बार जेल गए। 1937 में बिहार के अंतिम सरकार में उन्हें स्वास्थ्य एवं आबकारी मंत्री बनाए गए। उस समय चार कैबिनेट मंत्रियों में से बाबू जगलाल चौधरी को भी कैबिनेट मंत्री बनाए गए थे। महात्मा गांधी के मार्ग दर्शन को अनुपालन स्वरूप बिहार के गांधी कहे जाते हैं। इनकी मृत्यु 9 अगस्त 1975 को हो गई थी एवं राजकीय सामान के साथ उनका दाह संस्कार पटना के वाॅस घाट में 10 अगस्त को किया गया था। भारत सरकार द्वारा इनके नाम से 14 अगस्त 2000 को डाक टिकट जारी किया था। इस अवसर पर उपस्थित सभी ने इनके मार्ग पर चलने का संकल्प लिए।इस अवसर पर डॉक्टर भीमराव अंबेडकर संघर्ष विचार मंच प्रदेश के उपाध्यक्ष नंदलाल दास जिला के सहसचिव मोहन चौधरी सूरज प्रताप कोहली भोला पासवान लालती देवी सुबोध कुमार सिंघेश्वर पासवान आदि लोग उपस्थित थे।

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