एनडीए की सरकार में भी सुरक्षित थानाध्यक्ष का हत्यारा,अब सत्ताधर के संरक्षण देने की बात आई सामने

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एनडीए की सरकार में भी सुरक्षित थानाध्यक्ष का हत्यारा,अब सत्ताधर के संरक्षण देने की बात आई सामने


विप्र.
संवाददाता

इमामगंज (गया) जिले के कोठी थाना क्षेत्र का रहने वाला कुख्यात अपराधी शानेअली खान का नाम सुनकर हर कोई सहम उठते है। इसका आंत इतक इतना है कि जब यह जेल से बाहर रहता है तो पूरे क्षेत्र में दशरथ का माहौल कायम हो जाता है। इसका एक फरमान के आगे कोई भी कुछ बोलने को तैयार नहीं होते हैं। यहां तक की इसकी अपराध के दहशत के कारण लोग थाना में प्राथमिकी दर्ज कराण तो दूर कोई थाना का चौखट पर भी नहीं जानते। बताया जा रहा है इतना ही नहीं शानेअली खान जेल में रहने के बावजूद भी अपने फरमान और लोगों धमकी भरी कॉल कर आसानी से किसी भी बड़े अपराधियों हो या फिर ठेकेदारों से लेवी वसूलने का कार्य करता है। यहां तक की इसके डर के आतंक के कारण सत्ताधारी दल के नेता भी इसे संरक्षण देकर बढ़ाने की कोशिश करते हैं। विदित होकी वर्ष 2016 में तत्कालीन कोठी थानाध्यक्ष क्यामुद्दीन अंसारी की हत्या इसी के गुर्गे के द्वारा कर दिया था। लोग बताते हैं कि थानाध्यक्ष क्यामुद्दीन अंसारी ईमानदार और शिष्टाचार के व्यक्ति थे। वह अपराधी और नक्सलियों से लोहा लेने के लिए हरदम मुस्ताक रहते थे। अपराधियों को नाक के दाम किए हुए रहते थे। यही कारण था कि शानेअली खान और उसके सहयोगियों के द्वारा बदला लेने के लिए थाना अध्यक्ष क्यामुद्दीन अंसारी को मॉर्निंग बाक के दौरान  गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इसके बाद कड़ी मुश्क्त से बिहार की पुलिस ने दिल्ली पुलिस के सहयोग से भारत की राजधानी दिल्ली के शाहीन बाग से कुख्यात अपराधी शानेअली खान को गिरफ्तार किया था। जिसके बाद वे फिर से बेल लेकर बाहर निकल कर लोंगों से रंगदारी वसूली,जनता दरबार लगाकर उल्टा सीधा फैसला कर समाज में दहशत बनाए हुआ था। जनता दरबार में नाफरमानी करने वाले लोगों को 50 लाठी की सजा दी जाती थी। कई लोगों के घर पर जेसीबी भी चलवा दिया था। जिससे पूरे कोठी समेत इमामगंज विधानसभा के लोग दहशत के माहौल में जी रहे थे। इसलिए लोगों में कुख्यात शाने अली की दहशत था। क्योंकि वह एक थानाध्यक्ष की हत्या कर के भी वे आज़ाद था। उसका कुछ नहीं बिगड़ पाया। इसलिए जनता सोचती थी कि जब पुलिस के लोग की हत्या करने के बाद भी कोई सजा नहीं हुई,तो आम जनता की हत्या कर देगा तो इसे और कुछ नहीं होगा। यही दहशत जनता में अभी तक है। वहीं वर्ष 2022 में गया एसएसपी के आदेश पर पुनः इसकी गिरफ्तारी हुई थी। जो अभी तक ये भागलपुर जेल में अंडा सेल में बंद है। और उसे पर सरकार के द्वारा सीसीए भी लगाई गई है। क्योंकि इसके बाहर निकलने से लोग दहशत में रहते हैं। इस कारण से इसपर सीसीए लगाया गया था। वहीं सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अब एक बात तेजी से इमामगंज विधानसभा की जनता में फैल रही है कि इस कुख्यात अपराधी को जेल से रिहा करने एवं सीसीए से मुक्त कराने के लिए उनके परिजनों एवं सत्ताधारी दल के संरक्षण के द्वारा बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी से मिलकर उसके ऊपर लगाए गए सरकार के द्वारा सीसीए को हटाने की मांग किया गया है। बताया भी जा रहा है कि श्री मांझी ने इस पर

गया डीएम को कॉल कर इस पर विचार करने की बात कही है ताकि लोग उचित न्याय मिल सके। जब इसकी सूचना जनता में मिलते ही आमजनता दहशत में आगई है। और माँझी जी से लोगों ने ऐसे अपराधियों पर कार्रवाई करने की मांग भी किए हैं। इधर स्थानीय लोग कह रहे हैं कि बिहार में नीतीश सरकार में पुलिस के हत्यारों को जेल में बंद कर सुरक्षित रख रही है। लोगों का कहना है कि बिहार में अब बीजेपी की गठबंधन सरकार आई है। फिर भी क्रिमनल सुरक्षित हैं। जनता का कहना है की बुलडोजर बाबा की बिहार में ज़रूरत है। कहा जाता है कि यूपी के विकास दुबे से भी बड़ा बिहार का कुख्यात शानेअली खाना है। अगर इन अपराधियों का खात्मा नहीं होगा। तो बिहार की जनता, बिजनेसमैन, सरकारी कर्मियों अपराधियों के शिकार होते रहेंगे।

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