विप्र.नवादा (रवीन्द्र नाथ भैया) सर्वोच्च न्यायालय के झरझरिया वाहन के परिचालन पर रोक के बावजूद जिले में इसका परिचालन धड़ल्ले से हो रहा है। परिचालन हो रहा है तो दुर्घटनाएं भी हो रही है बावजूद प्रशासन का ध्यान इस ओर जा नहीं पा रहा है।
ताजा मामला नगर के सद्भावना चौक के पास की है। वारिसलीगंज से अपने घर नेमदारगंज थाना क्षेत्र के धंधारी गांव मोटरसाइकिल से वापस लौट रहे टिंकू कुमार की झरझरिया वाहन से हुई टक्कर में टिंकू की मौत घटनास्थल पर हो गयी जबकि पत्नी रिया व भाई सनी गंभीर रूप से जख्मी हो गया। स्थानीय लोगों के सहयोग से जख्मी को इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
सूचना के आलोक में पहुंची पुलिस ने शव को पोटमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेजा। झरझरिया वाहन को जप्त कर लिया गया जबकि चालक फरार होने में सफल रहा। पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंपा गया है। घटना के बाद परिजनों में हाहाकार मचा है।
बता दें झरझरिया वाहन का न तो निबंधन होता है न ही बीमा। यहां तक कि इसके चालक को लाइसेंस तक नहीं लेना पड़ता परिणाम है कि झरझरिया वाहन मालिक जो अक्सर मजदूर वर्ग के होते हैं वाहन को थाने में ही छोड़ देते हैं। ऐसे में मृतक के आश्रित मुआवजा से बंचित रह जाते हैं तथा उन्हें सामाजिक सुरक्षा के 20 हजार की राशि से संतोष करना पड़ता है।
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