- केंद्रीय गृहमंत्री ने जोगबनी आइसीपी में सरकारी आवासों के उद्घाटन के बाद कार्यकर्ताओं को किया संबोधित
- कहा-नरेंद्र मोदी की सरकार में देश के अंतिम गांव में भी प्रथम गांव की तरह हो रहा विकास
- भारतीय भूमि पत्तन प्राधिकरण से पड़ोसी देशों के साथ बढ़ रहा व्यवसाय
विप्र.संवाददाता,जोगबनी (अररिया) : केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने शनिवार को कहा है कि बिहार में भाजपा की सरकार बनने वाली है। जल्द ही यहां चुनाव होगा और भाजपा की सरकार बनते ही विकास की रफ्तार भी तेज होगी। केंद्र के साथ-साथ बिहार में भाजपा की सरकार बनने से सीमांत क्षेत्र का भी तेज विकास होगा। अमित शाह शनिवार को भारत-नेपाल सीमा पर आइसीपी (इंटीग्रेटेड चेक पोस्ट) के पास
एसएसबी के नवनिर्मित आवासीय व प्रशासनिक भवनों के उद्घाटन के बाद भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ सम्मेलन में बोल रहे थे। सिर्फ 16 मिनट के संबोधन में केंद्रीय गृहमंत्री के इस बयान से सियासी पारा बढ़ गया है।
कार्यक्रम स्थल पर ही कई तरह के सियासी कयास लगने लगे थे। इससे विलग केंद्रीय गृहमंत्री ने दूसरे देशों से लगी भारतीय सीमा के विकास के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किए जा रहे प्रयास व उसके सामने आ रहे सद्परिणाम पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने पड़ोसी देश से जुड़े सीमा क्षेत्र के विकास के लिए भारतीय भूमि पत्तन प्राधिकरण के गठन से सकारात्मक परिणाम को भी रखा। उन्होंने कहा कि भारत-नेपाल के जोगबनी सीमा पर आइसीपी बनने से व्यापार में भी अप्रत्याशित वृद्धि हुई है। यद्यपि, इसका उद्देश्य केवल व्यापार को बढ़ावा देना नहीं है। पड़ोसी देश के साथ सामाजिक व सांस्कृतिक संबंधों को बढ़ावा देना भी इसका उद्देश्य है और इसमें लाभ भी मिल रहा है। खासकर नेपाल व भूटान आदि भारत के मित्र राष्ट्र रहे हैं और उनसे सटी सीमाओं को उसी मंशा से विकसित भी किया जा रहा है।
केंद्रीय गृहमंत्री ने कहा कि भारत व नेपाल की सीमा पर बिहार के अंदर 10 लैंड पोर्ट का निर्माण होना है। कुछ का निर्माण हो चुका है और कुछ का होना है। इनमें किशनगंज में ठाकुरगंज व गलगलिया, सुपौल का लौकहा व भीमपुर समेत अन्य पोर्ट शामिल हैं। पूरे देश में 17 लैंडपोर्ट बनने हैं, जिनमें 10 बिहार में बनेंगे।
:- केंद्र की कल्याणकारी योजनाओं के क्रियान्वयन में भी एसएसबी बंटाएगा हाथ : कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए केंद्रीय गृहमंत्री ने कहा कि सीमा पर एसएसबी की तैनाती केवल सुरक्षा के लिहाज से ही नहीं है। एसएसबी पूर्व से कई तरह की सामाजिक गतिविधियों में शामिल रहा है। सीमावर्ती गांवों में शिक्षा, खेल व सांस्कृतिक गतिविधियों को बढ़ावा देने में यह महत्वपूर्ण भूमिका निभाता रहा है। अब एसएसबी नई भूमिका में भी होगा। संबंधित जिलों के जिलाधिकारियों से मिलकर एसएसबी केंद्र की कल्याणकारी योजनाओं का लाभ लोगों तक पहुंचाने का प्रयास करेगा। इसके अलावा भी सीमावर्ती इलाकों के विकास के लिए केंद्र एक साथ कई अन्य योजनाओं के क्रियान्वयन के लिए लगातार तत्पर है। सम्मेलन में केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सम्राट चौधरी, अररिया सांसद प्रदीप सिंह भी मौजूद रहे। कार्यक्रम के आरंभ में स्वागत गान के साथ कजरी व शास्त्रीय नृत्य भी प्रस्तुत किया गया।
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