साप्ताहिक पुणे एक्सप्रेस का नवादा में ठहराव नहीं रहने से लोकसभा चुनाव में बन सकता है बड़ा मुद्दा

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साप्ताहिक पुणे एक्सप्रेस का नवादा में ठहराव नहीं रहने से लोकसभा चुनाव में बन सकता है बड़ा मुद्दा


विप्र.
नवादा(रवीन्द्र नाथ भैया) एक तरफ रेलवे द्वारा किउल-गया रेलखंड का विस्तारिकरण किया जा रहा है, तो दूसरी तरफ इस रेलखंड से जुड़े जिलों को उपेक्षित किया जा रहा है। हम बात कर रहे हैं किउल-गया रेलखंड पर चलने वाली उन ट्रेनों की जो लम्बी दूरी के लिए परिचालित हो रही है। 

इन दिनों रेलवे ने जसीडीह से पुणे तक साप्ताहिक ट्रेन चला रखी है, परंतु दुर्भाग्य यह है कि यह ट्रेन इस रेलखंड से गुजरती तो है, लेकिन इसका ठहराव नवादा जैसे जिला मुख्यालय में नहीं है।

इतना ही नहीं इस रेलखंड से जुड़े दो जिले हैं, जिसमें नवादा जिला और शेखपुरा जिला शामिल है। इन दोनों जिलों की जनता आज तक साप्ताहिक पुणे एक्सप्रेस की ठहराव की बाट जोह रही है। 

हालात यह हो गया है कि नवादा जिलेवासियों को उक्त ट्रेन में यात्रा करने के लिए गया जंक्शन जाना पड़ता है, वहीं शेखपुरा जिलेवासियों को किउल जंक्शन जाना पड़़ता है। ऐसे में जब यह ट्रेन किउल-गया रेलखंड पर उक्त दोनों जिलों से होकर गुजरती है तब लोग अपने आप को ठगा महसूस करते हैं। 

लोकसभा चुनाव होने वाला है, इन हालातों में नवादा लोकसभा की जनता को एकमात्र पुणे एक्सप्रेस ट्रेन का सौगात तक नहीं दिया जाना, केन्द्र सरकार के लिए नवादा सीट आंखों की किरकिरी बन सकती है। जिस तरह की चर्चाएं सामने उभर कर आ रही है उससे यह साफ हो रहा है कि इस ट्रेन के ठहराव को लेकर लोग बड़ा मुद्दा बना सकते हैं।

बता दें कि 11428 अप साप्ताहिक पुणे एक्सप्रेस ट्रेन रविवार को जसीडीह से खुलती है और यही ट्रेन पुणे से 11427 बनकर शुक्रवार को जसीडीह पहुंचती है। 

गौरतलब हो कि इस ट्रेन का परिचालन किउल-गया रेलखंड से भले ही किया गया है, लेकिन 130 किलोमीटर लंबी दूरी वाले इस रेलखंड के अंतर्गत पड़ने वाले दो जिले नवादा व शेखपुरा स्टेशन पर ठहराव नहीं दिया गया है। इस नई ट्रेन के परिचालन की जब घोषणा हुई थी तो ऐसा माना जा रहा था कि नवादा में इस ट्रेन का ठहराव होना तय है, लेकिन ऐसा नहीं हुआ, जिसके बाद लोगों में काफी निराशा हुई, हालांकि जिलेवासियों द्वारा इस ट्रेन का ठहराव यहां देने की मांग लंबे समय से की जा रही है। बता दें कि 27 सितंबर 2021 से यह ट्रेन अपने निर्धारित समय से चल रही है, लेकिन जिलेवासियों को कोई फायदा नहीं हुआ तो उनमें नाराजगी दिख रही है। इस ट्रेन के परिचालन को लेकर जो उत्साह था वह फीका पड़ गया। 

करीब 30 लाख की आबादी वाले इस नवादा जिले में ट्रेन के ठहराव पर ग्रहण लगने से लोग काफी मायूस हैं।

बताते चलें कि इस रेलखंड पर पूर्व से तीन एक्सप्रेस ट्रेनों में गया-हावड़ा, गया-कामख्या साप्ताहिक और गोड्डा-नई दिल्ली साप्ताहिक का परिचालन पूर्व से हो रही है, जिसमें उक्त सभी ट्रेनों का ठहराव नवादा में है। चौथी ट्रेन जसीडीह-पुणे शुरू होने के बाद इसका ठहराव नहीं दिया जाना रेलवे द्वारा सौतेला व्यहवहार माना जा रहा है। 

जिले के लोगों ने इस मामले से नवादा पहुंचे रेल रज्य मंत्री, नवादा सांसद चंदन सिंह और भाजपा के राज्यसभा सदस्य विवेक ठाकुर को कई बार अवगत कराते हुए ट्रेन का ठहराव नवादा में कराने की गुहार लगाकर थक चुके हैं। यहां तक कि वारिसलीगंज विधानसभा की भाजपा विधायिका अरूणा देवी के प्रतिनिधि शैलेन्द्र सिंह के साथ एक प्रतिनिधि मंडल ने पुणे ट्रेन की ठहराव के लिए चार सप्ताह पूर्व दानापुर मंडल के रेल प्रबंधक के नाम वारिसलीगंज स्टेशन प्रबंधक अवधेश कुमार सुमन को ज्ञापन सौंपा था।

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