विप्र.नवादा (रवीन्द्र नाथ भैया) जिले में मनरेगा व आवास राशि में फर्जीवाड़ा की अनकथ कहानी थमने के बजाय दिनों दिन सुरसा की भांति बढ़ती जा रही है। कुछ इसी प्रकार की कहानी उग्रवाद प्रभावित सिरदला प्रखंड की है। जहां बहुचर्चित आरटीआई कार्यकर्ता प्रणव कुमार चर्चील ने मामले का पर्दाफाश कर दो गरीब परिवारों को राशि भुगतान करा न्याय दिलाने में कामयाब रहे हैं।
जानिए पूरी कहानी:- सिरदला प्रखंड बड़गांव पंचायत रबियो गांव के सारो देवी पति विरेंद्र राजवंशी व रामविलास पिता सिद्धेश्वर राजवंशी के नाम आवास स्वीकृति के पश्चात बीडीओ ने पत्रांक 453 दिनांक 20/05/23 व पत्रांक 461 दिनांक 25/05/23 के द्वारा संबंधित के लौंद दक्षिण बिहार मध्य ग्रामीण बैंक के खाते में प्रथम किश्त की राशि 45-45 हजार रुपये भेजे जाने के साथ उनके खाते में डालने का अनुरोध प्रबंधक से किया था। लेकिन राशि का भुगतान न कर बिचौलियों ने अधिकारियों की मिलीभगत से राशि गायब कर दी।
आरटीआई कार्यकर्ता हुए सक्रिय:- राशि हेराफेरी की सूचना मिलते ही आरटीआई कार्यकर्ता ने अपनी सक्रियता दिखलायी तथा सूचना के अधिकार के तहत दस्तावेज की मांग की। लोक सूचना पदाधिकारी ने सुनवाई करते हुए संबंधित के खाते में राशि उपलब्ध करवा गवन की गयी राशि की आठ माह बाद वापस करा न्याय दिलाई।
अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि आखिर इतने दिनों तक राशि रही कहां? इसके लिए जिम्मेदार कौन? इसका जबाब जिला प्रशासन से पूछा जाने लगा है। बहरहाल आरटीआई कार्यकर्ता की सक्रियता से फिलहाल दो गरीबों को न्याय मिल गया है।
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