ग्राम पंचायत विकास योजना में बच्चों के मुद्दों को शामिल किए जाएंगे

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ग्राम पंचायत विकास योजना में बच्चों के मुद्दों को शामिल किए जाएंगे


विप्र.
नालंदा से संवाददाता राकेश कुमार 

नालंदा(रजगीर)बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ योजना के तहत राजगीर प्रखण्ड के पांच पंचायतों – गोरौर, पथरौरा, भुई, बरनौसा एवं मेयार पंचायत में बाल सभा/ बाल पंचायत का आयोजन किया जा रहा है। इसका मुख्य उद्देश्य किशोर-किशोरी के मुद्दों को "ग्राम पंचायत विकास योजना" मेँ शामिल करना है।

महिला एवं बाल विकास निगम द्वारा जारी पत्र के आलोक मे प्रखंड पंचायती राज पदाधिकारी, राजगीर के आदेश पर प्रखण्ड के पांच पंचायतों में बाल सभा का अयोजन कराया जा रहा है। 

इसी क्रम में आज प्रखण्ड के तीन पंचायतों – गोरौर, पथरौरा और भूई के एक – एक उच्च विद्यालयों क्रमशः उच्च विद्यालय, बेलदार बिगहा, उच्च विद्यालय बसुऐन, एवं उच्च विद्यालय भुई में बाल सभा का अयोजन किया गया। इस दौरान उक्त पंचायत के मुखिया, पंचायत सचिव, वार्ड सदस्य, पंचायत सहायक, कार्यपालक सहायक, विकास मित्र, विद्यालय के प्रधानाध्यापक के समक्ष बच्चों ने बाल हितैषी पंचायत के निर्माण के लिए अपनी प्रमुख मांगें साझा की। 

इस अवसर पर बाल रक्षा भारत (सेव द चिल्ड्रन) द्वारा महिला एवं बाल विकास निगम, बिहार सरकार के निर्देश पर यूनिसेफ के सहयोग से संचालित परियोजना “उड़ान 2.0" के जिला समन्वयक प्रभाकर कुमार ने कहा कि ग्राम पंचायत विकास योजना में बच्चों की बातों को शामिल करना एवं  बाल पंचायत/बाल सभा का अयोजन करना बच्चों का अधिकार है। बाल सभा एक ऐसा मौका है जहां बच्चे अपनी बातों को अपने जन प्रतिनिधियों और सेवा प्रदाताओं के समक्ष प्रस्तुत करते हैं तथा पंचायत विकास योजना के निर्माण में अपनी भूमिका निभाते हैं। बाल पंचायत का अयोजन बच्चों के सहभागिता का अधिकार को सुनिश्चित करने का महत्वपूर्ण माध्यम है। 

बच्चों ने बाल पंचायत में कई महत्त्वपूर्ण मुद्दे उठाए। पंचायत में खेल का मैदान एवं खेल सामग्री की व्यवस्था, विद्यालय में सभी विषयों के शिक्षक की व्यवस्था, जल निकास की व्यवस्था, पेयजल की व्यवस्था, स्ट्रीट लाइट की व्यवस्था, स्मार्ट क्लास, बाल विवाह एवं बाल मजदूरी के रोकथाम, विद्यालय आने –जाने के लिए सुरक्षित यातायात की व्यवस्था, विद्यालय भवन की मरम्मती, खेल का मैदान, पुस्तकालय आदि की व्यवस्था जैसे मुद्दों को प्रमुखता से उठाया गया। इसके अलावा पंचायत में स्वास्थ केंद्र खुलवाने हेतु तथा पंचायत स्तरीय प्रतियोगिता पर भी बच्चों ने मुद्दा उठाया। 

गोरौर तथा भुई पंचायत के मुखिया संतोष कुमार दिवाकर और सुनील कुमार ने कहा कि आपके मुद्दों को ग्राम सभा से पारित कराकर जीपीडीपी में शमिल किया जाएगा। 

भुई के मुखिया सुनील कुमार ने कहा कि मैं आपके सुझावों पर जल्द काम शुरू कराया जायेगा। जो बच्चियां मैट्रिक की परीक्षा में अच्छे परिणाम लायेंगी उन्हें पंचायत द्वारा सम्मानित किया जाएगा तथा प्रशस्ति पत्र दिया जायेगा। भुई पंचायत के सचिव मणिशंकर ने बच्चों के मुद्दों को पंचायत रजिस्टर में दर्ज किया।

पथरौरा पंचायत के पंचायत सचिव राकेश रंजन ने बच्चों द्वारा उठाए गए मुद्दों का स्वागत करते हुए कहा कि हम आपके द्वारा सुझाए गए मुद्दों को ग्राम पंचायत से पारित कराकर काम शुरू कराया जायेगा। 

इस अवसर पर नालन्दा जिला बाल संरक्षण इकाई के प्रेम प्रकाश ने बच्चों को परवरिश योजना, स्पोंशरशिप योजना, कन्या विवाह योजना के बारे में बताया। चाइल्ड लाइन के जिला परियोजना समन्वयक रंजन कुमार पाठक ने बाल सहायता नंबर 1098 एवं महीला सहायता नंबर 181 के बारे में बच्चों को बताया। 

युनीसेफ की राज्य कंसलटेंट रिचा बक्शी, प्रियस्वरा भारती एवं बाल रक्षा भारत की प्रखण्ड समन्वयक सुधा कुमारी ने बच्चों को बाल अधिकार, बाल सभा के महत्व के बारे में बताया तथा बच्चों को अपने मुद्दों को खुलकर कहने के लिए प्रेरित किया।

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