जिले में बढ़ते साइबर क्राइम के कारण डिजिटल लेन देन से डरते हैं दुकानदार - Cyber Crime se Dar

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जिले में बढ़ते साइबर क्राइम के कारण डिजिटल लेन देन से डरते हैं दुकानदार - Cyber Crime se Dar


नवादा (रवीन्द्र नाथ भैया) जिले  में बढ़ते साइबर फ्राड को लेकर बाजार प्रभावित होने लगा है। बाजार के दुकानदार कैशलेश लेन देन नहीं करना चाहते हैं। इसके बदले नगद रुपये लेना अधिक पसंद करने लगे हैं।

ऐसा बढ़ते साइबर फ्रॉड की वजह से हो रहा है। यही स्थिति अगर लगातार रही तो प्रधानमंत्री के कैश लेश लेनदेन एवं डिजिटलीकरण को बड़ा धक्का लग सकता है। 

इस बाबत बाजार के फल विक्रेता, दवा विक्रेता, किराना व्यवसाई, स्वर्ण आभूषण से लेकर छोटे- बड़े हर दुकानदार जो कुछ दिन पहले तक बड़ी ही आसानी से कैशलेश लेनदेन करते थे, वे अब नकदी राशि लेना चाहते हैं।

दुकानदारों ने बताया कि बाजार में आने वाले ग्राहक गूगल पे, फोन पे या स्कैनर के माध्यम से जो राशि भुगतान करते हैं उससे बचा जा रहा है। दुकानदार जाने अनजाने बेवजह सायबर मामले में उलझ जाते हैं। 

बाजार के फल दुकानदार शाहनवाज आलम ने बताया कि मैंने अपना खाता दिव्यांग पेंशन लेने के लिए वर्षों पहले स्टेट बैंक के मिनी ब्रांच में खुलवाया था। परंतु इस बार छठ पूजा के समय में माल खरीदने के लिए मेरे बड़े भाई ने मुझे अपने खाते से 20 हज़ार रुपया उक्त खाते में भेजा। जब राशि की निकासी करने गया तब बैंक में मेरे खाते में सायबर की वजह से होल्ड लगे होने की बात बताई गई।

इस बावत मुख्य शाखा प्रबंधक से मिलकर होल्ड का कारण जानना चाहा तब बताया गया कि ऊपर से ही होल्ड कर दिया गया है। क्योंकि उक्त खाते में सायबर फ्राड का करीब 10 लाख रुपये आया है। इस प्रकार की शिकायत अन्य कई दुकानदारों की है।

कैशलेश लेनदेन के समय कुछ पता नहीं चलता है कि जो व्यक्ति पैसा दे रहा है, उसकी राशि कहीं ठगी से तो प्राप्त नहीं हुई है। इस प्रकार से बेवजह परेशानी में नहीं पड़ने की बात कह दुकानदार कैशलेश लेनदेन नहीं करते हैं।

नाम नहीं छापने की शर्त पर एक दुकानदार ने बताया कि सायबर फ्राड करने वाले लोगों के पास करोड़ों का टर्न ओवर करने वालों का बैंक अकाउंट होल्ड नहीं होता है। जबकि दुकानदार जाने अनजाने अगर खाता में बहुत छोटी राशि भी लेता है तब फ्राड कह कर बिना जांच पड़ताल के उसके खाते में होल्ड लगा दिया जाता है।

इस बाबत वारिसलीगंज एसबीआइ के शाखा प्रबंधक राजीव रंजन कहते हैं कि एसबीआइ में सैकड़ों खाता में साइबर ठगी की वजह से होल्ड लगा हुआ है। जिसे सायबर पुलिस ही जांचोपरांत सही या गलत ठहरा सकती है। 

शाखा प्रबंधक के अनुसार खाता फ्रिज होने की परेशानी से बचने के लिए दुकानदार सिर्फ परिचित लोगों से ही कैशलेस लेनदेन करें।

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