रजौली मे महुआ शराब की पांच भट्टी को पुलिस ने किया ध्वस्त - Sharab Bhatti

👉

रजौली मे महुआ शराब की पांच भट्टी को पुलिस ने किया ध्वस्त - Sharab Bhatti

- 650 लीटर देसी महुआ शराब बरामद तस्कर फरार

- 1200 लीटर अर्ध निर्मित महुआ शराब को मौके पर किया गया नष्ट


विप्र, रजौली (नवादा)
शुक्रवार को थाना क्षेत्र के हरदिया पंचायत के झराही गांव के घने जंगल में गुप्त सूचना के आधार पर थानाध्यक्ष पवन कुमार के नेतृत्व में छापेमारी की गई।इस दौरान पुलिस ने देसी महुआ शराब के पांच भट्टी को ध्वस्त किया और शराब बनाने की कई उपकरणों को नष्ट किया। थानाध्यक्ष ने बताया कि गुप्त सूचना मिल रही थी कि झराही के जंगलों में बड़े पैमाने पर महुआ शराब का निर्माण किया जा रहा है।इसी सूचना के आलोक में थाने में पद स्थापित एसआई गौतम कुमार व पुलिस बल के जवानों के साथ एक टीम बनाई गई और छापेमारी की गई छापेमारी के दौरान पांच देसी महुआ शराब की भट्टी को ध्वस्त किया गया 650 लीटर निर्मित देसी महुआ शराब को जप्त कर लाया गया है। घने जंगल और दुर्गम रास्ता होने के कारण मौके पर ही अर्ध निर्मित 1200 लीटर देसी महुआ और शराब बनाने के कई उपकरणों को मौके पर नष्ट किया गया है। इस क्षेत्र में शराब का निर्माण कौन कर रहा है इस बारे में तहकीकात की जा रही है। उत्पाद अधिनियम के विभिन्न धाराओं के तहत प्राथमिक की दर्ज कर पूरे मामले की जांच शुरू कर दी गई है। जल्द ही शराब बनाने वाले तस्कर को गिरफ्तार करेगी। बताते चले की इन दोनों रजौली थाना क्षेत्र के घने जंगलों में बड़े पैमाने पर देसी महुआ शराब का निर्माण किया जा रहा है। इस क्षेत्र में कितने बड़े पैमाने पर महुआ शराब का निर्माण किया जा रहा है कि पुलिस की दो दर्जन से अधिक जवान अपने अधिकारियों के साथ अगर इस क्षेत्र से शराब भट्टी को ध्वस्त करना शुरू करेंगे तो उन्हें कम से कम दो महीने लगेंगे तब जाकर रजौली थाना क्षेत्र के घने जंगलों से देसी महुआ शराब की भट्टी खत्म हो सकती है। 


इस क्षेत्र से शराब भट्टी को जड़ से उखाड़ कर फेंकने के लिए पुलिस की पूरी टीम को लगातार अभियान के तहत इस क्षेत्र में कार्रवाई करनी होगी। किस क्षेत्र में शराब निर्माण करने वाले माफिया के पास 200 से अधिक चोरी का बाइक जिस पर बेखौफ होकर धड़ल्ले से शराब की डब्बा को बांधकर घने जंगल के रास्ते कई थाना को चीरते हुए शराब बेचने वाले तक शराब माफिया पहुंचा देते हैं। इस क्षेत्र में शराब निर्माण करने वाले शराब माफिया के पास अवैध हथियार उपलब्ध रहता है। अगर पुलिस की टीम या और कोई शराब माफिया के सामने कमजोर पड़ा तो उसका अंजाम बुरा हो सकता है। रजौली थाना क्षेत्र के घने जंगल शराब और अफीम तस्कर के लिए सिर्फ जॉन बन गया है आखिर शराब निर्माण करने वाले और अफीम की खेती करने वाले को कौन सा दे रहा है यह बहुत बड़ा सवाल है। कुछ लोग तो दबी जुबान से यह कहते हैं कि इस क्षेत्र में शराब निर्माण और अफीम की खेती को बढ़ावा देने में नक्सलियों का समर्थन इन शराब माफियाओं को और अफीम के फसल लगाने वाले को प्राप्त है।


हमारे Whatsapp Group को Join करें, और सभी ख़बरें तुरंत पाएं (यहीं क्लिक करें - Click Here)




Previous Post Next Post