पितृपक्ष महाकुंभ मेला में फिर दिखा व्यवस्था में चूक, वैतरणी तालाब में डूबने से सफाई कर्मचारी की मौत

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पितृपक्ष महाकुंभ मेला में फिर दिखा व्यवस्था में चूक, वैतरणी तालाब में डूबने से सफाई कर्मचारी की मौत


विप्र.
संवाददाता गया

शनिवार की दोपहर बाद पितृपक्ष महाकुंभ मेला के दौरान जिला प्रशासन द्वारा किए गए सुरक्षा व्यवस्था में एक फिर बड़ी चूक देखी गई। जहां मेला ड्यूटी में लगा एक सफाई कर्मचारी की मौत वैतरणी तालाब में डूब जाने से हो गई। जबकि जिला प्रशासन द्वारा हर तालाब और जलाशय के समीप बकायदा एसडीआरएफ की टीम की तैनाती की गई है। जो किसी तरह की आपदा से निपटने के लिए उनकी तैनाती होती है। बाबजूद इस प्रकार की अप्रिय घटना जिला प्रशासन के व्यवस्था को चुनौती दे रही है। 

घटना शनिवार की दोपहर बाद की है। गया शहर के मध्य में स्थित वैतरणी तालाब में डूबकर एक सफाई कर्मचारी की मौत हो गई। मरने वाला सफाई कर्मचारी गया नगर निगम का आउटसोर्सिंग सफाई कर्मी था। वहीं अपनी व्यवस्था की नाकामी पर पर्दा डालते हुए जिला प्रशासन द्वारा ये बयान दिया जा रहा है कि सफाई कर्मी के डूबने की सूचना के बाद एसडीआरएफ की टीम ने तत्परता से कार्य किया। मगर तलब के अंदर तार में फंस जाने से एसडीआरएफ की टीम की कार्रवाई से पूर्व सफाई कर्मी की मौत हो गई। अब यहां सवाल यह उठता है कि यदि उक्त स्थल पर एसडीआरएफ के टीम की बकायदा तैनाती थी, तो सफाई कर्मी को पानी में गिरने के बाद कथित तार में फंसने तक का इंतजार क्यों किया गया। एसडीआरएफ की टीम तत्काल एक्शन में क्यों नहीं आई। साथ हीं एक सवाल यह भी है कि पितृपक्ष महाकुंभ मेला के दौरान इतनी बड़ी व्यवस्था, साफ सफाई के बाबजूद उक्त तालाब में किसी इंसान को फसने लायक तार कैसे था और कहां से आया। जबकि जिला प्रशासन के अनुसार एसडीआरएफ की टीम प्रतिदिन सभी तालाब और जलाशय में रेस्क्यू कर रही है। हलाकि सफाई कर्मचारी के डूबकर हुई मौत की घटना पर जिलाधिकारी डॉ त्यागराजन एसएम और नगर आयुक्त अभिलाषा शर्मा ने गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए मृतक के आश्रित को समुचित मुआवजा दिए जाने की बात कही है। वही पुलिस द्वारा मृतक के शव को पोस्टमार्टम हेतू मगध मेडिकल कॉलेज सह अस्पताल भेजा गया है।

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