विप्र संवाददाता, मुजफ्फरपुर : सनातन धर्म को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी करने के मामले में तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन व उनके पुत्र व राज्य के युवा खेल मंत्री उदयनिधि के विरुद्ध मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी (सीजेएम) पंकज कुमार लाल के कोर्ट में परिवाद दाखिल किया है। सदर थाना के पताही गांव के अधिवक्ता व भारतीय सार्थक पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सुधीर कुमार ओझा ने सोमवार को यह परिवाद दाखिल किया है। कोर्ट ने परिवाद को सुनवाई पर रखा है। इसके लिए 14 सितंबर की तिथि तय की है। परिवाद में अधिवक्ता ने कहा है कि तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के पुत्र व राज्य के युवा खेल मंत्री उदयनिधि ने दो सितंबर को चेन्नई में एक बयान जारी किया। आरोप लगाया गया है कि इसमें उन्होंने सनातन धर्म की तुलना डेंगू और मलेरिया से की। साथ ही कहा कि सनातन धर्म को पूरी तरह खत्म कर देना चाहिए।
आरोप लगाया गया है कि बयान जारी करने की साजिश में उनके पिता व तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन भी शामिल थे। उनका यह बयान टीवी चैनलों पर प्रसारित और समाचार पत्रों में प्रकाशित किया गया। उनके इस बयान से करोड़ों हिंदुओं का अपमान व उनके धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचा है। अधिवक्ता ने कहा है कि वह सनातन धर्म को मानने वाले हैं। तमिलनाडु के मंत्री उदयनिधि के बयान उनकी भावना को ठेस पहुंची है। राजनीतिक लाभ के लिए देश में वैमन्यस्ता फैलाने के उद्देश्य से जानबूझकर उन्होंने यह बयान दिया है।