विप्र. संवाददाता, जहानाबाद :
तमिलनाडु कमाने गए जिले के छह श्रमिकों को बंधक बनाकर उनसे रंगदारी वसूलने वाले गिरोह का तमिलनाडु पुलिस ने राजफाश करते हुए सभी श्रमिकों को मुक्त करा लिया है। साथ ही आठ अपहरणकर्ताओं को धर दबोचा है, जिसमें एक बिहार के हैं। तमिलनाडु के पूर्व डीजीपी जहानाबाद निवासी करुणा सागर की पहल पर इरोड, तमिलनाडु के एसपी, जी.जवाहर ने यह कार्रवाई की। श्रमिकों के स्वजन ने पूर्व डीजीपी से मदद की गुहार लगाई थी।
इरोड, तमिलनाडु में अपहरणकर्ताओं का एक गिरोह है, जो प्रवासी मजदूरों को नौकरी के नाम पर ले जाकर उन्हें बंधक बना लेता है और उनके पास के रुपए भी ले लेता है और उन्हीं बंधकों के माध्यम से उनके स्वजनों से रुपए की मांग करता है। इस घटना से गिरोह का भंडाफोड़ हो गया। वहां के एसपी जी.जवाहर ने अपहरणकर्ता गिरोह में मोती लाल, पटना, बिहार भी शामिल है। इसके माध्यम से ही छह मजदूरों को गिरोह द्वारा अपहृत किया गया था। मोती लाल के अलावा तमिलचेलवन, प्रकाश, सुभाष, संथुपथी, शशि कुमार, भूबलन, रीपुतेशन व कन्नन सभी इरोड शहर के अलग-अलग हिस्सों से हैं, जिसे मोतीलाल की निशानदेही पर गिरफ्तार कर लिया गया और सभी मजदूरों को मुक्त करा लिया गया है। सभी मजदूर सुरक्षित हैं। इरोड, तमिलनाडु के एसपी के निर्देश पर वहां के इंस्पेक्टर ने मोबाईल नम्बर के जरिए मोती लाल को पकड़ा और मोतीलाल के जरिए सभी अपहरणकर्ताओं को दबोचा गया। छह श्रमिकों को अपहृत कर इरोड जिले के कलांगाडू एरिया में रखा गया था। सभी मुक्त किये गये मजदूरों को आवश्यक कानूनी प्रक्रिया पूरी कर घर भेजने की तैयारी की जा रही है।
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