बाल विवाह रोकना महिला सशिक्तकरण की दिशा में महत्वपूर्ण कदम

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बाल विवाह रोकना महिला सशिक्तकरण की दिशा में महत्वपूर्ण कदम


विप्र.
नवादा(रवीन्द्र नाथ भैया) 

 - उत्क्रमित विद्यालय में आयोजित हुआ कार्यक्रम

जिले में महिलाओं के सशक्तिकरण की दिशा में विभिन्न अभ्यास किये जा रहे हैं। 8 मार्च विश्व महिला दिवस के रूप में मनाया जाता है, यह दिन विशेष रूप से महिलाओं के लिए समर्पित है। महिला दिवस सप्ताह को लेकर स्कूलों तथा कॉलेजों में कार्यक्रम का आयोजन कर महिलाओं की प्रतिभा को आगे लाने तथा उन्हें सशक्त करने के मार्ग पर चर्चा का आयोजन किया जाता है। इसको लेकर जिले के पकरीबरांवा प्रखंड के डुमरांवा उत्क्रमित मध्य विद्यालय की छात्राओं के साथ महिला सशिक्तकरण विषय पर चर्चा की गयी। मौके पर स्कूली बच्चियों ने गीत-संगीत, भाषण तथा पेटिंग प्रतियोगिता के माध्यम से महिलाओं के उत्थान और प्रतिभा को निखार देने के रास्तों के बारे में चर्चा किया।

बाल विवाह रोकना महिला सशक्तिकरण के लिए जरूरी

पीरामल फाउंडेशन के सहयोग से आयोजित कार्यक्रम में सौ से अधिक स्कूली बच्चियों ने हिस्सा लिया। 

मौके पर महिलाओं के अधिकारों के बारे में जागरूक करते हुए बताया कि संविधान तथा भारतीय कानून ने महिलाओं को पढ़ने का अधिकार दिया हैं साथ ही लैंगिक समानता के भी अधिकार महिलाओं को प्राप्त हैं। इस दौरान पीरामल के राजेश कुमार द्वारा  स्कूली बच्चियों को बाल विवाह की रोकथाम के बारे में बताया गया।

कहा गया कि बाल विवाह को रोकना भी महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम हैं। इसके साथ ही बालिकाओं को अच्छे और बुरे स्पर्श के बारे में भी बताया गया, ताकि यौन हिंसा व यौन उत्पीड़न को रोका जा सके। 

अर्न्तराष्ट्रीय महिला दिवस सप्ताह के दौरान पीरामल फाउंडेशन टीम की नीलम तथा आशू के द्वारा बालिकाओं के साथ चेतना गीत गायन कार्य करवाया गया। इसके साथ ही पेंटिग प्रतियोगिता के माध्यम से बालिकाओं में महिलाओं के सशक्तिकरण पर चर्चा की गयी। 

मौके पर उपस्थित प्रधानाध्यापक राकेश कुमार द्वारा बालिकाओं से महिला समानता पर चर्चा कर बच्चियों को पुरस्कृत किया गया।

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