अंचल अधिकारी का भ्रष्टाचार पूरे सिस्टम पर भारी,आरोपी अफसर के भ्रष्टाचार को उच्च पदस्थ अधिकारियों का संरक्षण

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अंचल अधिकारी का भ्रष्टाचार पूरे सिस्टम पर भारी,आरोपी अफसर के भ्रष्टाचार को उच्च पदस्थ अधिकारियों का संरक्षण


विप्र.
नवादा (रवीन्द्र नाथ भैया) जिले के उग्रवाद प्रभावित सिरदला अंचल में पदस्थापित अंचल अधिकारी कितना पावरफूल हो सकता है, आप शायद इसका अनुमान नहीं लगा सकते हैं। प्रशासन और शासन में बैठे बड़े-बड़े लोगों को अपनी जेब में रखने का दावा करनेवाला यह अधिकारी जिले में डंके की चोट पर पूरे सिस्टम को ठेंगा दिखा रहा है। 

सिरदला में जमीन घोटाला करवाने, भू माफियाओं को संरक्षण देनेवाला और सरकार के नियम कानून को धत्ता बताकर अपना मतलब साधनेवाला यह अधिकारी जिले के सभी आला अधिकारियों को बड़े मजे से साध रहा है। इससे बढ़कर राजस्व विभाग के बड़े अधिकारियों, जांच एजेंसियों और संवैधानिक संस्थाओं पर कितना भारी पड़ सकता है, इसका अनुमान लगाना कइयों के लिए बहुत आसान नहीं है। यह अधिकारी अपनी काली करतूतों को छिपाने, दबाने और मिटाने के लिए स्थानीय मीडिया को अपनी जेब में लेकर चलता है। 

इस अधिकारी की करतूतों और काले धंधे की जांच के लिए राज्यपाल से गुहार लगाई है। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के संज्ञान में भी इस अधिकारी की करतूतें साक्ष्य और प्रमाण के साथ लाया गया है। लेकिन यह अधिकारी सब पर भारी पड़ रहा है। 

बताया जाता  है कि सिरदला अंचल के अंचलाधिकारी गुलाम सरवर पर अपने पद का दुरुपयोग करते हुए भू माफियाओ से गठजोड़ कर गलत और ऑन लाइन जमाबंदी कर अवैध ढंग से करोड़ों की हेराफेरी कर रहे हैं। इसके कई उदाहरण सार्वजनिक हो चुके हैं। सरकारी  जमीन, जिसका रख-रखाव एवं देखभाल करने की जिम्मेवारी अंचल अधिकारी की है। इस जमीन की ऑनलाइन रसीद काटकर और भू स्वामित्व प्रमाण पत्र जारी कर जमीन माफियाओं के साथ साठ-गांठ कर जमीन को बेचने की कोशिश की है। 

- अंचल अधिकारी सिरदला पर रसीद निर्गत करने का ऑप्शन देना अथवा लॉक खोलने के लिए मोटी रकम लेने का आरोप बार बार लग चुका है। पहले रिजेक्ट फिर सिलेक्ट का खेल -दाखिल खारिज करने में घोर अनिमियता बरतने की गंभीर शिकायतें ऊपर तक गई हैं। कई दाखिल खारिज मामले को रिजेक्ट कर पुनः पैसे लेकर स्वीकृति देने का खेल अंचल कार्यालय सिरदला में खुलेआम किया जा रहा है।

उदाहरण :- 

मौजा कुशाहन थाना नंबर 90,

असीकृत वाद संख्या 04/2022/23 पुनः स्वीकृत वाद संख्या 1597/22/23,

अस्वीकृत 1928/2022/23 स्वीकृत 1935/2022/23, अस्वीकृत 

अस्वीकृत 326/2022/23,स्वीकृत 275/2023/24,अस्वीकृत 876/2022/23, स्वीकृत 429/2023/24,अस्वीकृत 916/2022/23,स्वीकृत 458/2023/2414,अस्वीकृत 1016/2022/23,स्वीकृत 776/2023/24,अस्वीकृत 978 व 82,/2022/23,स्वीकृत 1981/2023/24 पेंडिंग,अस्वीकृत 1353/2022/23, स्वीकृत 45/2023/24,अस्वीकृत 2481/2022/23,स्वीकृत 595/2023/24,अस्वीकृत 44/2023/24,स्वीकृत 894/2023/24,अस्वीकृत 568/2023/24,स्वीकृत 597/2023/24,अस्वीकृत 823/2023/24,स्वीकृत 1416/2023/24,

मौजा कोलडीहा थाना नंबर 82

 अस्वीकृत 621/2023/24, स्वीकृत 623/2023/24,अस्वीकृत 639/2022/23,स्वीकृत 2664/2022/23,अस्वीकृत 2261/2022/23,स्वीकृत 557/2023/24,

मौजा उपरडीह थाना नंबर 46 

अस्वीकृत 892/2022/23,स्वीकृत 2615/2022/23,अस्वीकृत 893/2022/23, स्वीकृत 2617/2022/23,अस्वीकृत 1364/2022/23,स्वीकृत 652/2023/24,अस्वीकृत 1861/22/23,स्वीकृत 383/2023/24,

मौजा केंदुआ थाना नंबर 44

अस्वीकृत 1077/2022/23,स्वीकृत 1082/2022/23 ,

कर्मा खुर्द थाना न.195

 अस्वीकृत 253/2022/23,स्वीकृत 1843/2022/23 सीओ पेंडिंग,अस्वीकृत 2478/2022/23, स्वीकृत 370/2023/24,

मौजा आदिया थाना न.91

 अस्वीकृत 1183/2022/23, स्वीकृत 1937/2023/24 पेंडिंग सीओ ,

अमोखरी थाना न.212

अस्वीकृत 2614/2022/23,स्वीकृत 724/2023/24,अस्वीकृत 2572,2564,2022/23,स्वीकृत 674/2023/24,अस्वीकृत 568/2023/24,स्वीकृत 597/2023/24,

क्रेता और विक्रेता में संबंध स्थापित नहीं होता है,या विक्रेता के द्वारा सिडुल पारिवारिक बटवारा ,मृत्यु प्रमाण पत्र संलग्न नहीं है वगैरह वगैरह बिना स्थल निरीक्षण के ही अपने किराया के मकान रजौली में रह अस्वीकृत, स्वीकृत का खेला करते रहे हैं। माने तो चढ़ावा का रुपया नहीं मिला तो अस्वीकृत, मिला तो स्वीकृत ।

इनके कई दलाल हैं:-

सूत्रों की मानें तो चढ़ावा चढ़वाने के लिए हर एक पंचायत क्षेत्र से दो से तीन लोगों को बहाल कर रखे हैं। दाखिल खारिज हो आ परिमार्जन वगैरह वगैरह हर काम बिना दलाल के पैरवी या पैसे के बिना नहीं होता।

आदेश नहीं मानने पर बदल देते है हल्का :-

अंचल में कार्यरत राजस्व कर्मचारी आवंटित हल्का से बार बार हटा देने के मामले में भी अंचल अधिकारी सिरदला की भूमिका संदिग्ध बतायी गई है। अंचलाधिकारी के गलत और मनमाफिक रिपोर्ट तैयार नहीं करने पर हल्का बदलने का रवैया बदस्तूर जारी है।  हल्का कर्मचारी को बिना कारण पृच्छा के हटा देने व अंचल अधिकारी ,पदाधिकारी के भ्रष्ट होने की सजा कर्मचारी भुगत रहे हैं।

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