विप्र.नवादा (रवीन्द्र नाथ भैया)
शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए सरकार कई योजनाएं चला रही है। बावजूद सरकारी स्कूलों में गुणवतापूर्ण शिक्षा बच्चों से कोसो दूर है। आज भी सरकारी स्कूल के बच्चे फर्श पर बैठकर पठन-पाठन करने को मजबूर हैं।
हाड़ कंपा देने वाली शीतलहर में जिले के उग्रवाद प्रभावित मेसकौर पंचायत के सभी 5 प्राथमिक विद्यालयों के बच्चे जमीन पर दरी बिछाकर पढ़ाई करने को विवश हैं। एक तरफ मेसकौर प्रखंड में सभी वरीय पदाधिकारी रोज निरिक्षण के लिए आते हैं, वहीं उनके सामने स्कूल में छात्रों को ठंड के मौसम में जमीन पर बैठकर पढ़ाई करनी पड़ती है। लेकिन इन नौनिहालों की सुध लेने वाला कोई नहीं है। ये बच्चे अपनी विवशता को बता भी नहीं पाते हैं।
प्राथमिक विद्यालयों में पहली से कक्षा पाचवीं तक की पढ़ाई होती है। सोमवार को जब मेसकौर प्रखंड का पारा 12 डिग्री से भी नीचे आ चुका था तब भी बच्चे विद्यालय में दरी पर बैठकर पढ़ाई कर रहे थे। इस कारण बच्चों के अभिभावकों में रोष देखा जा रहा है। अभिभावक शंकर कुमार, शंभू यादव, दीपक कुमार, विद्याभूषण कुमार, रोहित कुमार एवं मुनेन्द्र कुमार का कहना है कि प्राइवेट स्कूलों में सभी बड़े छोटे बच्चों के लिए बेंच डेस्क उपलब्ध रहता है। इसी कारण बच्चों को अभिभावक प्राइवेट स्कूलों में नाम लिखवा देते है । वहाँ सभी तरह कि सुविधाएं बच्चों कि दी जाती है।
कहते हैं अधिकारी:-
इस बावत बीईओ नौशाद अहमद ने बताया कि सभी प्राथमिक विद्यालयों के बच्चों को बैठने के लिए बेंच डेस्क कि सूची तैयार क़र विभाग को भेज दी गईं है।
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