सड़क किनारे लग रहा है कूड़े का ढेर - Koode ka Dher

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सड़क किनारे लग रहा है कूड़े का ढेर - Koode ka Dher

परेशानी - नगर पंचायत की सड़क किनारे लगा हुआ है कचरे का अंबार,


लोगों को आवागमन में हो रही है परेशानी।

 राकेश कुमार की रिपोर्ट नालंदा 

बिहारशरीफ (नालंदा) रहुई नगर पंचायत का दर्जा मिलने के बाद लोगों में आश जगी थी कि अब उन्हें भी शहरी क्षेत्र जैसी सुविधा मिलेगी। चारों ओर साफ सफाई होगी लेकिन नगर पंचायत होने के करीब 1 साल बाद भी स्थिति में सुधार नहीं हो पाया है। सड़क पर तो जहां-तहां कचरे का उठाव नियमित रूप से होता है लेकिन नगर पंचायत के विभिन्न वार्ड - मुहल्ले से जमा हुए कचरा के रखरखाव के लिए कोई भी व्यवस्था नहीं की गई है। कूड़ा संग्रहण और निस्तारण की योजना अब तक धरातल पर नहीं उतर सकी है, कचरा उठाओ के नाम पर लाखों रुपए खर्च के बाद नगर पंचायत में कचरा का ढेर लगा हुआ है। इससे लोगों को रास्ता चलना दुश्वार है। नगर पंचायत क्षेत्र के वार्ड संख्या 2 और 6 में गुजरे डिहरा गांव समेत दर्जनों गांव जाने वाली सड़क के किनारे दोनों तरफ कचरे का अंबार लगा हुआ है। यहां तक की लोगों को आने-जाने में कचरे से आने वाले दुर्गंध का सामना करना पड़ता है। नगर पंचायत में जगह-जगह पर गीला और सूखा कचरा रखने के लिए 400 सौ कूड़ेदान (डस्टबिन) की व्यवस्था नगर पंचायत को उपलब्ध कराया गया है। नगर पंचायत को डस्टबिन मिले हुए करीब महीना दिन होगी है उसके बावजूद भी अभी तक नगर पंचायत के कोई भी वार्ड में डस्टबिन नहीं लगाया गया है।

हजारों ग्रामीण रोज करते हैं आवागमन।

ग्रामीण पिंटू कुमार, सुधीर कुमार, सुधा देवी, पिंकी कुमारी, सतीश कुमार, करू मिस्त्री, धमासंग गांव के बिट्टू यादव, धर्मेंद्र कुमार, पवन यादव, गौतम कुमार समेत अन्य राहगीरों ने बताया की  डिहरा, गोबरिया, धामासंग, सलेमपुर, गंजपर ,महोदिनपुर, खिरौना, छोटकी गोबारिया गांव के हजारों ग्रामीण लोग उस रास्ते से रोजाना रहुई बाजार व प्रखंड कार्यालय के लिए आवा आगमन करते हैं, बाजार जाने वाली मुख्य सड़क के किनारे दोनों तरफ वर्षो से कूड़ा पड़ा हुआ है। और इसका निराकरण के लिए अभी तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। 

वार्ड संख्या 5 के वार्ड पार्षद डबल पासवान ने बताया कि कूड़ा कचरा संग्रह के लिए कोई प्रोसेसिंग प्लांट या डंपिंग पॉइंट नहीं बनाया गया है। ग्रामीणों का कहना है कि अगर प्रोसेसिंग प्लांट की सुविधा होती तो इन कचरा जैविक खाद्य और पदार्थ तैयार किया जाता। लेकिन नगर पंचायत से निकलने वाली सभी गंदगी को सड़क के किनारे डालकर पूरे सड़क कचरा विहीन कर देते हैं।

मुख पार्षद प्रतिनिधि ने क्या कहा....

मुख्य पार्षद प्रतिनिधि अलबेला यादव ने बताया कि आउटसोर्सिंग द्वारा नगर पंचायत क्षेत्र के 10 वार्डों में कुल 40 सफाई कर्मी के द्वारा साफ सफाई किया जा रहा है। कचरा संग्रह के लिए कोई डंपिंग पॉइंट नहीं बना है सरकारी भूमि की तलाश की जा रही है। उन्होंने बताया कि सड़क के किनारे कचरा डालना सही नहीं है जल्द ही इस दिशा में ठोस कार्रवाई की जाएगी। नगर पंचायत में कुल 10 वार्ड से लगभग 2 टन से अधिक कचरा निकलता है। जिसमें साफ सफाई के लिए 40 सफाई कर्मी रोजाना सड़कों और गलियों की सफाई करते हैं कूड़ा कचरा निस्तारण के लिए नगर पंचायत में कोई स्थल चिन्हित ना होने से ही सफाई कर्मचारी कचरे को सड़क किनारे फेंक देते हैं ऐसे में नगर के प्रमुख मार्ग पर कूड़े का अंबार लगा हुआ है। जिससे राहगीरों का रास्ता से गुजरा मुश्किल हो रहा है। कूड़ा निस्तारण की समुचित व्यवस्था न होने से नगर पंचायत क्षेत्र के डिहरा गांव जाने वाले सड़क किनारे गंदकी और बदबू फैल रही है जिससे संक्रामक बीमारियों का खतरा भी बना रहता है।वही उपमुख पार्षद अनिल पांडे ने बताया कि नगर पंचायत कार्यालय में कई बार बैठक हुआ है बैठक में वार्ड पार्षदों द्वारा ने नगर पंचायत के कार्यपालक पदाधिकारी अभिनीष कुमार को इस समस्या से अवगत करा दी गई है उसके बावजूद भी स्थिति जस की तस बनी हुई है,

डेढ़ एकड़ जमीन को किया जा रहा है चिन्हित

इस संबंध में कार्यपालक पदाधिकारी अभिनीश कुमार ने बताया कि कूड़ा डंपिंग यार्ड बनाने के लिए डेढ़ एकड़ जमीन की तलाशी की जा रही है। अंचलाधिकारी रंजीत कुमार सिंह के द्वारा तीन जगहों पर चिन्हित जमीन की तलाशी की जा रही है।जमीन चिन्हित हो जाने के बाद बेस्ट प्रोसेसिंग यूनिट बनाकर कचरा को रिसाइकल किया जाएगा। उसके बाद लोगों को कचरे से फैल रहे गंदगी से निजात मिल जाएगी।

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