आकांक्षी प्रखंड: पकरीबरावां में कार्य योजना बनाकर विकास के लिए जुट जाएं: अपर सचिव | Vikas

👉

आकांक्षी प्रखंड: पकरीबरावां में कार्य योजना बनाकर विकास के लिए जुट जाएं: अपर सचिव | Vikas

- केंद्रीय प्रभारी पदाधिकारी ने अधिकारियों, जनप्रतिनिधियों के साथ की बैठक, दिए कई निर्देष

विप्र, नवादा: केन्द्रीय प्रभारी पदाधिकारी आकांक्षी सह अपर सचिव कार्यक्रम क्रियान्वयन मंत्रालय भारत सरकार आलोक शेखर ने आकांक्षी प्रखंड पकरीबरावां के विकास कार्यों का निरीक्षण करते हुए तेजी से विकास के लिए आवश्यक निर्देश दिया। उन्होंने कृषक महाविद्यालय धेवधा में स्थानीय जन प्रतिनिधियों एवं पदाधिकारियों के साथ संवाद किया। साथ ही मध्य विद्यालय, डोला का भ्रमण किया। ं विद्यालय के बच्चों के बीच पौधे का वितरण किया गया। डोला गांव में पान उत्पादक, किसान समूह से संवाद करते हुए पान बरेजा का भ्रमण किये। डोला गांव में स्वच्छता दल को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया। बीडीओ ने पीपीटी के माध्यम से पकरीबरावां प्रखंड के बारे में विस्तृत जानकारी दी। जिलाधिकारी ने कहा कि जिले में कुल 14 प्रखंड हैं, जिसमें पकरीबरावां को आकांक्षी प्रखंड के रूप में चयन किया गया है, जिसका बेहतर विकास करना है। चुनौतियों को अवसर में बदला जायेगा और सभी पंचायतों में विकास की गंगा बहायी जायेगी। अपर सचिव ने कहा कि हर गांव और हर टोले का विकास इसके माध्यम से तेजी से होगा। उन्होंने कहा कि कार्य योजना बनाएं और विकास के लिए जुट जायें। विकास ही हमारा फोकस है। उन्होंने कहा कि विकास यहां काफी हुआ है और उसको आगे बढ़ाने का प्रयास रहेगा जिसमें आपलोगों का भी सहयोग जरूरी है। केन्द्र सरकार के द्वारा चयनित प्रखंडों में तेजी से विकास करने के लिए आकांक्षी के तहत चयन किया गया है। उन्होंने कहा कि आपसे काफी सहयोग की अपेक्षा है। विकास से प्रखंड काफी आगे जायेगा। बीडीओ ने कहा कि रोड मैप बनाकर तेजी से विकास किया जायेगा। कार्यक्रम में स्थानीय मुखिया, जिला परिषद के सदस्य जन प्रतिनिधि एवं स्थानीय नागरिक उपस्थित थे। 

स्कूली बच्चों से मिले अपर सचिव, पठन-पाठन की ली जानकारी

- अपर सचिव ने डोला उत्क्रमित मध्य विद्यालय में जाकर बच्चों से पठन-पाठन के बारे में पूछा। अंग्रेजी और गणित से प्रष्न किया, जिसका बच्चों ने सही-सही उत्तर दिया। उन्होंने शिक्षकों को भी काफी लगन और मेहनत के साथ बच्चों को पठ़ाने के लिए कई टिप्स दिये। इसके बाद विद्यार्थियों के बीच फलदार पौधे वितरित किए गए। अपर सचिव ने विद्यालय परिसर में आंवला का पौधारोपण किया। 

पान उत्पादकों से भी मिले सचिव, समस्याओं की ली जानकारी

- सचिव ने पान उत्पादक किसानों से संवाद स्थापित किया और उनके पान के बरेजा के अन्दर जाकर उनकी समस्याओं के बारे में निकट से जानकारी प्राप्त की। सत्येन्द्र चैरसिया ने बताया कि पान का बाजार नहीं रहने से हमलोगों को उचित दाम नहीं मिल पाता है। बनारस पकरीबरावां के मगही पान के लिए प्रसिद्ध है। लेकिन ताजा पान के पत्तों को भेजने में काफी वक्त लग जाता है जिससे घाटा की संभावना बनी रहती है। उन्होंने पान के पत्ते का सुरक्षित भंडारण गोदाम एवं शीत गाड़ी उपलब्ध कराने के लिए मांग की।

हमारे Whatsapp Group को Join करें, और सभी ख़बरें तुरंत पाएं (यहीं क्लिक करें - Click Here)

Previous Post Next Post