भारत में जी 20 के सफलता पर बोले मगध विश्विद्यालय के कुलपति - भारत ग्लोबल साउथ की समस्याओं को बहुत करीब से महसूस करता है - G20

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भारत में जी 20 के सफलता पर बोले मगध विश्विद्यालय के कुलपति - भारत ग्लोबल साउथ की समस्याओं को बहुत करीब से महसूस करता है - G20

विप्र संवाददाता गया.


मंगलवार मगध विश्विद्यालय के कुलपति कार्यालय में प्रेस वार्ता आयोजित की गई। जिसमें मगध विश्वविद्यालय में राजनीति विज्ञान विभाग एवं लोक प्रशासन विभाग के संयुक्त तत्वावधान में 18 अक्तूबर को आयोजित होने वाली “G-20 नई दिल्ली सम्मेलन: भारत की वैश्विक दक्षिण-सेतु के रूप में स्थिति” विषय पर एक दिवसीय सेमिनार से संबंधित जानकारी दी गयी। इस वार्ता में विश्विद्यालय के कुलपति प्रो एसपी शाही ने विगत एक वर्ष से G-20 विषय पर होने वाले विभिन्न सम्मेलनो पर चर्चा की। उन्होंने G-20 में भारत की महत्वपूर्ण भूमिका को उजागर किया। उन्होंने बताया कि भारत की अध्यक्षता में आयोजित G-20 सम्मेलन का सफल आयोजन इस बात का परिचायक है कि अब अमेरिका, रूस, ब्रिटेन जैसे बड़े विकसित देश भी भारत का लोहा मान रहे हैं।  यह विश्व में भारत की बढ़ती हुई प्रतिष्ठा का भी परिचायक है।

कुलपति प्रो शाही ने G-20 सम्मेलन के मुख्य निष्कर्षों पर प्रकाश डाला जिसमे वैश्विक तपन एवं जलवायु परिवर्तन, ऊर्जा संकट के समय में बायो फ्यूल समूह का गठन, भारत-मध्य पूर्व-यूरोप गलियारा (IMEC) प्रमुख हैं। उन्होंने बताया कि G-20 विषय पर आयोजित इस सेमिनार के माध्यम से  मगध विश्वविद्यालय भारत की 'ब्रांडिंग' मे सहयोगी साबित होगा। इस वार्ता में एक दिवसीय कार्यक्रम के संयोजक लोक प्रशासन विभाग के प्रभारी प्रो एहतेशाम खान ने बताया कि भारत का विश्व में एक अनोखा स्थान है। क्योकि एक तरफ भारत राजनीतिक रूप से पश्चिमी देशो के समीप है। वहीं दूसरी तरफ वह ग्लोबल साउथ के देशो के हितो का प्रतिनिधित्व करता है। भारत ग्लोबल साउथ कि समस्याएं जैसे गरीबी, बेरोजगारी, जलवायु परिवर्तन, पर्यावरण संरक्षण को बहुत करीब से महसूस करता है इसलिए G-20 जैसे प्लेटफॉर्म पर वह इन्हें रखने में अधिक समर्थ है। उन्होंने इस बात को विशेष रूप से रेखांकित किया कि भारत के विशेष प्रयासों से G-20 में अफ्रीकी संघ को जोड़ना विकासशील देशों के समूह का पलड़ा भारी करता है। 


इसी के कारण G-20 नई दिल्ली शिखर सम्मेलन में भारत द्वारा उत्तर और दक्षिण में एक सेतु के रूप में कार्य कर पाना संभव हुआ है। प्रेस वार्ता में कार्यक्रम के आयोजक सचिव डा अंजनी कुमार घोष, संयुक्त आयोजन सचिव डा प्रियंका सिंह, मीडिया प्रभारी डा श्रद्धा ऋषि एवं डा दिव्या मिश्रा, पूर्व विभागाध्यक्ष प्रो जयनंदन प्रसाद सिंह, राजनीति विज्ञान विभाग की विभागाध्यक्षा डा निर्मला कुमारी, सदस्य डा त्रिपुरारी सिंह चौहान, डा अमित कुमार, डा मुंद्रिका प्रसाद यादव, शोधार्थी शैलेन्द्र कुमार, अशोक कुमार,  दीपक कुमार, कुंदन कुमार आदि लोग मौजूद रहे ।

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