विप्र. संवाददाता
कहते है जब बचपन का प्यार जीवनसाथी बनकर हासिल हो जाय तो उससे बड़ा उपलब्धि प्यार के लिय कुछ और नहीं हो सकता। उसके बाद वहीं प्यार जब विश्वास दिलाकर आंखों से ओझल हो जाय तो फिर जिंदगी नरक और जीना दुश्वार हो जाता है। एक दुसरे को हों जाने के बाद भी जब नजर से दुर होने पर लोग पागल सा दिखने लगता है। एक ऐसा हीं मामला जहानाबाद जिला क्षेत्र से निकलकर सामने आया है। जहां एक युवक जहानाबाद में रहकर कोचिंग कर रहा था। उसी कोचिंग संस्थान में पढ़ने वाली एक लड़की को अपना दिल दे बैठा। पढ़ाई के साथ साथ तीन सालों तक दोनों एक दूसरे के साथ जीने मरने की कसम खाई। बीते दिनों प्रेमी युगल ने पटना कोर्ट में जाकर शादी रचाया और दोनो एक दूसरे के हो गए। कोर्ट में शादी की सूचना लड़का और लड़की दोनों के परिजनों को मिला।
लड़का पक्ष के लोग तो अपने बेटे के पसंद को परमिशन देते हुए बहु को अपना लिया। पर लड़की वालों को ये रिश्ता गवारा नहीं हुआ। लड़की पक्ष के लोगों ने एक चाल चली और लड़की को यह कहकर मायके ले आए कि कानूनी शादी समाज में स्वीकार नहीं होता। तुम दोनों की शादी धूमधाम से कर दी जाएगी। मगर लड़की के मायके जाते हीं मामला हीं पलट गया। अब पति अपनी पत्नी के बिरह में न्याय के लिए दर दर की ठोकर खा रहा है। मिली जानकारी के अनुसार अरवल जिले के करपी थाना क्षेत्र के मोगलपुर निवासी तुलसी कुमार और जहानाबाद जिला के काको थाना क्षेत्र के लालसा बिगहा की लड़की के साथ पढ़ने के क्रम में प्यार हो गया। तीन साल तक दोनो बालिग होने का इंतजार करते रहे।बालिग होने पर पटना कोर्ट में शादी किया।
लड़की के परिजनों द्वारा बगैर कोई विरोध किए ये कहकर लड़की को अपने घर ले गए कि,धूम धाम से शादी करेंगे। मगर अब तो मामला हीं पलट गया। युवक तुलसी कुमार ने बताया कि लड़की के परिजनों द्वारा मेरी पत्नी को नजरबंद कर घर में कैद कर लिया गया है। युवक ने कोर्ट के मैरेज सर्टिफिकेट के स्थानीय स्तर से लेकर जिला स्तरीय अधिकारियों से न्याय का गुहार लगाता फिर रहा है। पर एक पखबारा हैं बीत जाने के बाबजूद कोई कार्रवाई सुनिश्चित नही किया जा सका है।
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