मोस्ट वांटेड नक्सली अरविंद भुइयां को निहत्थे पकड़ने वाले एसडीपीओ का हुआ ट्रांसफर, विदायी के दौरान भावुक हुए लोग

👉

मोस्ट वांटेड नक्सली अरविंद भुइयां को निहत्थे पकड़ने वाले एसडीपीओ का हुआ ट्रांसफर, विदायी के दौरान भावुक हुए लोग


विप्र. प्रभात सोनी, इमामगंज गया

गया जिला में नक्सलियों का गढ़ माने जाने वाला इमामगंज आज लगभग नक्सल मुक्त हो चुका है। इसका सारा श्रेय इमामगंज एसडीपीओ मनोज राम को जाता है। लेकिन उनका ट्रांसफर सीतामढ़ी जिले में हो गया है। इसको लेकर ग्रामीणों में काफी मायूसी छा गया है। एसडीपीओ के ट्रांसफर होने के बाद स्थानीय जनप्रतिनिधियों, व्यवसायियों एवं ग्रामीणों ने एसडीपीओ मनोज राम को नम आंखों से विदाई दिया। उसके स्थानांतरण के उपरांत उनके सम्मान में विदाई सह सम्मान समारोह का आयोजन किया गया।

 जिसमें बड़ी संख्या में प्रखंड के जनप्रतिनिधि, व्यसाई और ग्रामीण शामिल हुए। मालूम हो कि एसडीपीओ मनोज राम ने बिहार झारखंड के मोस्ट वांटेड नक्सली अरविंद भुइयां को बगैर हथियार के ही गिरफ्तार कर लिया था। मनोज राम के साथ नक्सली अरविंद भुईयां को पकड़ने के लिए काफी पटका पटकी भी हुआ था।

 ग्रामीण बताते हैं कि आज इमामगंज लगभग नक्सल मुक्त हो गया है। कभी यह इलाका नक्सलियों की लाल सलाम की गूंज और स्ट्रगल की आवाज से गूंजता था। वही चर्चित कुख्यात इनामी नक्सली नेता अरविंद भुइयाँ के नाम से कांपता था। उस खूंखार नक्सली को एसडीपीओ ने निहत्थे पकड़ लिया था। इतना हीं नहीं एसडीपीओ ने क्षेत्र के चर्चित मोस्ट वांटेड अपराधी सनी अली खान के अलावा कई छोटे-बड़े गुंडे मवाली को जेल की सलाखों के पीछे भेजा था। 

उनके स्थानांतरण के उपरांत क्षेत्र के लोगों ने गाजे बाजे के साथ धूमधाम से विदाई दिया। इस दौरान स्कूली छात्राओं ने उनके ऊपर फूलों की वर्षा की  और स्वागत एवं विदाई गान गाकर उनको भावपूर्ण विदाई दिया। अपने प्रति लोगों का प्रेम और स्नेह देख भावुक हुए एसडीपीओ मनोज राम ने कहा कि अधिकारियों के जीवन में ट्रांसफर और पोस्टिंग होते रहता है। मैं कहीं ना कहीं कोई अच्छा काम किया है इसलिए लोग मुझे पसंद कर रहे हैं। मेरे लिए नक्सली क्षेत्र में काम करना काफी चुनौतीपूर्ण था। 

मगर यहां के लोगों के सहयोग से मैं इमामागंज क्षेत्र को नक्सल मुक्त बनाने का हर संभव प्रयास किया और अपने प्रयास में खड़ा भी उतरा। जब यहां के लोगों से मैं मिला-जुला तो यहां के लोगों ने हमें काफी मान सम्मान दिया। लेकिन सरकार की नीति के अनुसार हमें तो नौकरी करना है तो स्थानांतरण और आना जाना तो लगा ही रहता है। मैं यहां से जा रहा हूं लेकिन इमामगंज क्षेत्र वासियों को जीवन भर नहीं भूलूंगा। वही बिकोपुर के मुखिया प्रतिनिधि छोटन खान और अवधेश प्रसाद ने कहा कि आज इमामगंज में काफी शांति है। जिसके डर से लोग कांपते थे, उस नक्सली को इन्होंने अकेले दम पर पकड़ा था। 

बिहार झारखंड का मोस्ट वांटेड नक्सली अरविंद भुइयां सहित कई ऐसे नक्सली व अपराधियों को गिरफ्तार किया है। जिसके कारण आज इमामगंज नक्सल मुक्त और अपराध मुक्त हो गया है। उन्होंने कहा कि एसडीपीओ साहब ने अपनी ड्यूटी निष्ठा और ईमानदारी के साथ किया। इसी में किसी सज्जनों को तकलीफ हुई होगी तो इसे भुलाकर आगे विकास की ओर बढ़ कर काम करें। वहीं वक्ताओं ने उनके स्थानान्तरण से भावुक हुए कहा कि आपके जैसा पदाधिकारी इमामगंज की धरती पर इससे पहले कभी नहीं देखा। आप ने जन-जन की समस्या डायरेक्ट सुना जो पुलिस और पब्लिक के बीच की भय की दीवार थी, उसे हटकर आपने लोगों की समस्या सुना और लोगों को आपके दरबार से न्याय मिला।

 जहां लोग इमामगंज बाजार में दिन दहाड़े कमर में पिस्टल लगाकर चलते थे। सरकार के अभियान के तहत आपने सुधार लाया। भू-माफियाओं से गरीबों की जमीन छुड़वाया, नक्सलियों को बिना हथियार और गोली के नक्सल मुक्त इमामगंज बनाया। इतना ही नहीं कई जटिल चुनौतियों को कम समय में परिणाम दिया। इसलिए आपके कार्यों को इमामगंज की जनता हमेशा याद रखेगी और आपके विचार को अपने दिल के कोने- कोने में रखेगी। इस मौके पर समाजसेवी अवधेश प्रसाद, मुखिया प्रतिनिधि छोटन खान, जदयू के प्रखंड अध्यक्ष बृजनंदन दांगी, समाजसेवी अंजय दांगी,  जिला परिषद प्रतिनिधि डॉ संतोष, डॉ प्रताप दास, दिनेश दास, पार्वती देवी, पूर्व मुखिया सबलू खान, बबन खान, अनिल यादव, नवल सिंह, मोहन यादव, अफसर खान, तारिक अहमद, लड्डन अहमद, मोहम्मद शाहिद, सबलू खान, अजय साव, संजय साव, महेंद्र दास सहित बड़ी संख्या में राजनीतिक और सामाजिक कार्यकर्ता एवं गणमान्य लोगों मौजूद थे।

हमारे Whatsapp Group को Join करें, और सभी ख़बरें तुरंत पाएं (यहीं क्लिक करें - Click Here)

Previous Post Next Post